आगरा। ताज नगरी के जाने-माने उद्योगपति व समाजसेवी डॉ. विजय किशोर बंसल ने समाज सेवा के क्षेत्र में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया है। वह दशकों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। यहीं से उन्हें समाज के लिए कार्य करने की प्रेरणा मिली। कोविड के दौरान 25 लाख फूड पैकेट बांटने पर उनका नाम वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
डॉ. विजय किशोर बंसल का जन्म आगरा में एक वैश्य परिवार में हुआ था। अपने माता-पिता इन्द्रा बंसल और गिर्राज बंसल द्वारा शुरू की गई सेवा विरासत, व्यवसाय और परोपकार का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण डॉ. विजय किशोर बंसल के दृष्टिकोण को आकार देने में सहायक थी। उनके बाबा रामबाबू बंसल द्वारा छोड़ी गई सामाजिक और धार्मिक विरासतों को जारी रखना उनके जीवन का मकसद है। उन्होंने अपनी पढ़ाई डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से पूरी की है। पढ़ाई के दौरान ही इन्होंने व्यवसाय के क्षेत्र में कदम रख दिए। इसके बाद इन्होंने उद्यमी के रूप में देश-विदेश में ख्याति प्राप्त की। डॉ. बंसल को टेम्स इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पेरिस, फ्रांस द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
समाज के प्रति डॉ. बंसल बेहद संवेदनशील हैं। उन्हें उत्तर भारत में समाज सेवा के लिए जाना जाता है। नर सेवा, नारायण सेवा का ध्येय रखकर काम करने वाले डॉ. बंसल को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ लंबे समय से जुड़े रहने के कारण डॉ. विजय किशोर बंसल की समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता गहरी है। सह सरकार्यवाह डॉ.कृष्ण गोपाल की प्रेरणा के बाद, उन्होंने मथुरा में पांच प्राथमिक विद्यालयों की जिम्मेदारी ली। इसमें से एक विद्यालय में सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने स्वयं शिक्षा प्राप्त की थी। इनकी राजस्थान के जिला करौली स्थित मां कैला देवी के प्रति अटूट श्रद्धा रखते हैं। इसके चलते राजस्थान करौली में एक वृदाश्रम बनवाया ताकि यहां अपने घरों से त्यागे हुए बुर्जग लोग आराम से रह सकें।
बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए मैनपुरी में एक विद्यालय की व्यवस्था संभाले हुए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ कैदई के अंतगर्त बनवासी बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का भी बीड़ा उठाया हुआ है। इतना ही नहीं यहां वनवासियों का सामुहिक विवाह भी करवाते हैं। बता दें कि डॉ. विजय किशोर बंसल को समाज के प्रति सेवा भाव ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है। उन्हें दर्जनों पुरस्कार मिल चुके हैं। इनमें कई देश की जाने-माने विश्वविद्यालय और समाजसेवी संस्थाओं द्वारा दिए गए हैं।
इन पुरस्कारों से किया गया है सम्मानित
- न्यूयार्क सिटी की नासाउ काउंटी से प्रशस्ति-पत्र
- मदर टेरेसा ह्यूमैनिटी अवार्ड
- फेस राष्ट्रीय गौरव अवार्ड,
- आनंद ऑर्गनाइजेशन फॉर सोशल अवार्ड
- लिटरोमा कोरोना वॉरियर
- लाइव 24 ग्रुप से कोरोना वॉरियर
- इंटरनेशनल अचीवर्स काउंसिल एंड पीस यूनिवर्सिटी अचीवर्स एक्सीलेंसी अवॉर्ड
- फेस ग्रुप को भारत रत्न अवार्ड
- अमर उजाला से कोरोना कर्मवीर सम्मान
- नव्य सृजन से हीरो ऑफ द सोसाइटी
- जर्मनी की संस्था से संबद्ध इंटरनेशनल पीस यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ऑफ लेटर
- इंटरनेशनल यूनिसेफ काउंसिल से यूनिसेफ अवॉर्ड
- डा. अब्दुल कलाम अवार्ड
- लॉयर्स विजन से कोरोना योद्धा सम्मान
- फ्रेंड्स ऑफ गुड हेल्थ से इंटरनेशनल एम्बेसडर ऑफ ह्यूमैनिटी
- इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स से ग्रेट वॉरियर ऑफ ह्यूमैनिटी
- द अमेरिकन किंग्स यूनिवर्सिटी से डाक्टर ऑफ लेटर